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हरियाणा के 11 जिलों में 254 एंबुलेंसों में से 131 में कमी मिली, जींद और दादरी में 48 पद खाली

हरियाणा के 11 जिलों में 254 एंबुलेंसों में से 131 में कमी मिली, जींद और दादरी में 48 पद खाली
खेत खजाना : चंडीगढ़, प्रदेशभर में सीएम फ्लाइंग ने सिविल अस्पतालों में जाकर हाजिरी रजिस्टर, एंबुलेंस कंट्रोल रूम में जांच की। इस दौरान नारनौल, सिरसा, अम्बाला में एक डॉक्टर समेत 7 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। अम्बाला में आधा दर्जन डॉक्टर देरी से पहुंचे। फतेहाबाद में वहीं कॉर्डियक अटैक के समय प्रयोग होने वाली मशीन का नाम भी डॉक्टर बताते समय अटक गए। नाम भूल गए। वहीं, सीएम फ्लाइंग ने गुरुवार को नागरिक अस्पताल की रेफरल सेवा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बड़े स्तर पर खामियां मिली।

11 जिलों में 254 एंबुलेंसों में से 131 में खामियां मिली। 2 जिलों जींद, चरखी दादरी में एंबुलेंस सेवाओं से संबंधित 48 पद खाली मिले। पानीपत में किलकारी एंबुलेंस में महिला स्टाफ नहीं मिला। वहीं, सिसरसा में सीएम फ्लाइंग में शामिल एसआई राजेश कुमार ने बताया कि उक्त एकत्रित ब्योरा चंडीगढ़ मुख्यालय को भेजा जाएगा। इसके अलावा लंबे समय से बिना बताए गैरहाजिर चिकित्सकों का ब्योरा तलब किया गया। एंबुलेंस सहित अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का भी जायजा लिया गया।

बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के सड़कों पर दौड़ रही एंबुलेंस, 3 रोड पर नहीं

रोहतक में सीएम फ्लाइंग टीम ने जांच के दौरान पाया कि 1 जनवरी से 27 जून तक कुल 7164 कॉल एंबुलेंस पर आई थी। इसके साथ ही मरीजों को फोन कर एंबुलेंस के चारे में जानकारी की तो उन लोगों ने एंबुलेंस के समय पर आने की बात कही। जिले में कुल 21 एंबुलेंस हैं, जिसमें 16 चालू हालत में है। 2 एंबुलेंस के साथ हादसा हो गया है। इसके साथ ही 3 रोड पर नहीं मिली। इन पर 76 कर्मचारी और अधिकारी तैनात मिले। 2 गाड़ियों के पास प्रदूषण प्रमाण पत्र नहीं था। पानीपत में 2 एंबुलेंस में जीपीएस तो एक में मेडिकल किट नहीं मिली।

31 गाड़ियों मे से महज एक एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम की गाडी मिली

जींद में सीएम फ्लाइंग ने गुरुवार को नागरिक अस्पताल की रेफरल सेवा का औचक निरीक्षण किया। रेफरल सेवा के बेड़े में 31 गाड़ियों में से महज एक एडर्वास लाइफ सपोर्ट सिस्टम की एक गाडी मिली। जबकि वर्ष 2018 में छह एटीएस गाड़ियां थी। झज्जर में 24 एंबुलेंस के पंजीकरण, प्रदूषण और इंश्योरेंस सही मिले। हालांकि मैनेजमेंट ठीक नहीं था जिले का सबसे बड़ा आबादी वाला ब्लॉक बहादुरगढ़ है वहां पर सिर्फ तीन गाड़ियां तैनात की गई हैं।

सोनीपत में छापेमारी में इंस्पेक्टर जसमेर, महावीर व एएसआई राजेश ने यहां पर जांच की तो 32 एम्बुलेंस में से दो का ही प्रदूषण सर्टिफिकेट मिला। जबकि डोनेट की गई एम्बुलेंस में न तो जेपीएस मिला और न ही सीसीटीवी कैमरा। यहीं नहीं एक एम्बुलेंस के अंदर आक्सीजन रेमूलेटर कांच टूटा हुआ मिला। चार एंबुलेंस के एसी व सायरन खराब मिले हैं। दादरी सिविल अस्पताल में कुल 8 एंबुलेंस हैं, इनमें से टायर कंडम होने से एक एंबुलेंस सुचारू हालात में नहीं मिली।

वहीं एक एंबुलेंस में ही टीम को बायोमेट्रिक डिवाइस मिली। यमुनानगर में सीएम फ्लाइंग ने छापा मारा तो यहां लगी बायोमेट्रिक डिवाइस बंद पाई गई। एंबुलेंस में न तो शुगर किट मिली और न ही वीडियो कैमरा।

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